- Diya
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- Jul 06, 2023
Shahar Shayari - शहर शायरी
Most Famous Shahar Shayari of All Time!
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शहर शायरी का सबसे अच्छा संग्रह यहाँ उपलब्ध है, आप इस शहर शायरी को अपने हिंदी वाहट्सएप्प स्टेटस के रूप में उपयोग कर सकतें है या आप इस बेहतरीन शहर हिंदी शायरी को अपने दोस्तों को फेसबुक पर भी भेज सकतें हैं। शहर पर हिंदी के यह शेर, आपके प्यार और भावनाओं को व्यक्त करने में आपकी मदद कर सकतें हैं !!
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- Last Updated on Jul 06, 2023
बड़ी ख़ामोशी से भेजा था गुलाब उसको,
- Kal
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- Jun 21, 2023
हमें तो नफरत हो गयी थी उस निर्दयी शहर से,
पर क्या पता था वहाँ भी कोई अपना निकल आएगा !!
- Jaan
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- Jan 07, 2022
पतंग उड़ाने से पहले ये जान लेना था
कि इस की असल है क्या और माहियत क्या है
-शहराम सर्मदी
- Delhi
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- Jan 06, 2022
यूँ तो मकान मेरा भी है, तेरे ही शहर में 'ग़ालिब',
जहाँ तेरा घर तो घर, उर्दू भी लापता है..
कौन कहता है अब की तू 'आगरा' से था,
आवाम को तो बस, 'दिल्ली' का ही पता है।
- Ham
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- Jan 06, 2022
ग़ालिब के शहर "आगरा" में तो हम पैदा नहीं हुए है जनाब,
मगर ताल्लुक हम भी 'अपणायत' वाले शहर "जोधपुर" से रखते है।
- Love
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- Dec 13, 2021
ये मोहब्बत का शहर है साहब,
यहाँ सवेरा सूरज से नही…
बल्कि किसी के दीदार से होता है।
- Maa
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- Dec 09, 2021
माँ गंगा मैली नही होती है,
पापियों के नहाने से,
माँ गंगा मैली होती है,
शहर और कारखानों का कूड़ा बहाने से.
- Dua
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- Dec 09, 2021
बद्दुआ कैसे दूँ उस शहर को
जो भूखे पेट को भरता है,
मगर पीने का पानी और
माँ गंगा को दूषित करता है.
- Kuch
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- Dec 09, 2021
चलो जाज्मी था मेरा तेरे शहर इलाहाबाद आना,
कुछ सीखा हो या ना सीखा हो पर संभलना जरूर सीख लिया.
- Delhi
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- Dec 09, 2021
कहीं मुकम्मल जमीन नहीं मिलती,
कहीं आसमान नहीं मिलता,
दिल के शहर दिल्ली में हर किसी को
अपना मकान नहीं मिलता.
- Dil
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- Dec 09, 2021
किसी शहर ने पढ़ना सिखाया,
तो किसी ने कमाना सिखाया,
एक बस दिल्ली ही है
जिसने मुझे दिल लगाना सिखाया.
- Delhi
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- Dec 09, 2021
दिल्ली शहर में मैंने अजीब रिवाज देखा है,
घर से माँ-बाप को निकाल रखा हैं और कुत्ते को पाल रखा है.
- Dil
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- Dec 09, 2021
क्यूँ मता-ए-दिल के लुट जाने का कोई ग़म करे
शहर-ए-दिल्ली में तो ऐसे वाक़िए होते रहे
ज़ुबैर रिज़वी
- Dil
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- Dec 09, 2021
चेहरे पे सारे शहर के गर्द-ए-मलाल है
जो दिल का हाल है वही दिल्ली का हाल है
मलिकज़ादा मंज़ूर अहमद
- Delhi
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- Dec 09, 2021
मैं शहर का मीठा डब्बा हूँ तुम कड़वी वाली दवा प्रिये,
मैं शुद्ध लहर हूँ वादी की तुम दिल्ली की गंदी हवा प्रिये.
- Janm
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- Dec 09, 2021
जिसने भी छुआ वो स्वर्ण हुआ,
सब कहे मुझे मैं पारस हूँ
मेरा जन्म महा श्मशान मगर
मैं जिन्दा शहर बनारस हूँ.
चंद्रशेखर गोस्वामी
- Lucknow
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- Dec 09, 2021
चालाकियाँ भरी है कोई दिल मासूम-सा नहीं मिलता,
शहर हमने बहुत देखे पर कोई लखनऊ-सा नहीं मिलता।
- Kuch
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- Dec 09, 2021
तुझ पर नहीं होता है क्या
प्रदूषणों का असर
मौन है क्यों
कुछ तो बता लखनऊ शहर?
रवीन्द्र प्रभात
- Dil
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- Dec 09, 2021
बेताबी में हर तरह से बर्बाद रहा
दिल अपना ग़म-ए-दहर से आबाद रहा
फिरता रहा हर शहर में मारा मारा
ऐ लखनऊ तू मुझ को मगर याद रहा
बाक़र मेहदी
- Delhi
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- Dec 09, 2021
दिल्ली छुटी थी पहले अब लखनऊ भी छोड़ें
दो शहर थे ये अपने दोनों तबाह निकले
मिर्ज़ा हादी रुस्वा
- Log
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- Dec 09, 2021
मुंबई से सबको प्यार होता नहीं है,
शहर के शोर में हर कोई सोता नहीं है,
अजीब शहर है और अजीब यहाँ के लोग है
मुसीबत में कोई किसी की मदत के लिए तैयार होता नहीं है.
- Aasan
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- Dec 09, 2021
हौसलों को उड़ान देती है मुंबई,
जूनून हो तो जम जाती है मुंबई,
आसान नहीं होता है इस शहर में रहना
बहुत लोगों को रास नहीं आती है मुंबई।
- Mumbai
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- Dec 09, 2021
जो शहर में आकर पैसा कमाते है,
वो अपनी खुशियों को मारकर
घर वालों की उम्मीदें जगाते है.
- Badan
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- Dec 09, 2021
तवायफ़ सी सीरत रखता है ये शहर,
लुभाता बहुत है, मन बहलाता बहुत है,
अच्छी-बुरी कई लत लगाता है
बदनाम सा है पर सुकून दिलाता बहुत है.
- Din
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- Dec 09, 2021
अपने शहर के तारीफ़ में
वो पगली क्या कह रही है,
दो दिन के बारिश में
मुंबई शहर डूब रही है.
- Naaraaz
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- Dec 09, 2021
सूरज नाराज हो गया है जबसे शहर में आया हूँ,
मुंबई के मेरे फ्लैट पर रौशनी नहीं पड़ती है.
- Mumbai
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- Dec 09, 2021
हजारों ख्वाब हकीकत में बदलते है,
तो लाखों टूट भी जाते है,
ये शहर मुम्बई बहुत कुछ देता है,
पर बहुत कुछ छीन भी लेता है.
- Deewana
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- Dec 09, 2021
पिज्जा मुझे अपना दीवाना बना ना सकी,
शहर की चकाचौध मुझे लुभा ना सकी,
नुक्क्ड़ के समोसे खाकर खुश हो जाता हूँ
आज भी मैं खुद के अंदर इक गाँव पाता हूँ.
- Ham
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- Dec 09, 2021
सुना है बहुत बारिश हुई है तुम्हारे शहर में
ज्यादा भीगना मत
अगर धूल गई सारी गलतफहमियां
तो बहुत याद आयेंगे हम !!
- New Year
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- Dec 21, 2020
उस मोड़ से शुरू करना हैं फिर से नया साल,
जहाँ सारा शहर अपना था और तुम अजनबी।
- Raat
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- Dec 20, 2020
बुल-बुल शोर मत कर आज गम की रात है,
आयेंगे तेरे जम्मू शहर में बस दो चार दिन की बात है.
- Dil
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- Dec 10, 2020
जो किसान अपने बच्चों को
बड़े शहर भेजता है,
वो उन की खुशियों को
दिल पर पत्थर रखकर बेचता हैं.
- Jul 03, 2019
लफ़्ज़ों में ही पेश कीजियेगा रिश्तों की दावेदारियाँ...
ये शहर-ए-नुमाइश है, यहाँ अहसास के जौहरी नहीं रहते...!!
- Ham
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- Apr 08, 2019
सोये थे सारे ख़्वाब, शहर के मचल गये
मुरझाये सारे फूल, गुलसितां के खिल गये
नेताजी हमें आपसे, उम्मीद है बड़ी
तकदीर थी हमारी, हमें आप मिल गये।
- Kismat
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- Apr 07, 2019
फिर शान इस शहर को, नई आप से मिली
मुस्कान इस शहर को, नई आप से मिली
पाकर के साथ आपका, किस्मत बदल गयी
पहचान इस शहर को, नई आप से मिली।
- Ghar
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- Apr 07, 2019
कस्बा दिया था आपको, शहर बना दिया
कितनों को रोज़गार दिया, घर बना दिया
किस तरहा शुक्रिया हुज़ूर, आप का करें
तकदीर बना दी है, मुक़द्दर बना दिया।
- Jaroorat
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- Mar 28, 2019
जब होगी तेरी जरूरत तुझे पहचानेंगे लोग...
ये शहर है यहां ऐसे ही जान पहचान होती है...!!
- Diwali
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- Mar 24, 2019
आँखें की छत पे टहलते रहे काले साये,
कोई पहले में उजाले भरने नहीं आया…!
कितनी दिवाली गयी, कितने दशहरे बीते,
इन मुंडेरों पर कोई दीप न धरने आया !!
- Dil
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- Mar 18, 2019
मकान शहरों में सही...
घर तो दिलो में बनने चाहिए...!!
- Hindi
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- Jan 29, 2019
हर कोई जानता है, मगर मानता नहीं
अब उँगली किसी पर भी, कोई तानता नहीं !!
जिस गाय ने गाँवों को, शहर में बदल दिया
उस गाय को शहरों में, कोई पालता नहीं !!
- Hindi
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- Jan 24, 2019
जिनके नहीं हैं नाम, उनके नाम बनेंगें
घर गाँव शहर, मुरलीधर के धाम बनेंगें !!
ब्रम्हांड के सब देवता, गौ में समाये हैं
तुम गाय पाल लेना, सभी काम बनेंगें !!
- Sep 12, 2018
शहर भर की जुलेखाओ को पर्दे की नसीहत करने वाले बहोत हैं,
कोई मेरे शहर के यूसुफो से भी कहे के निगाहे नीची रखें।
- Heart Touching
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- Sep 10, 2018
शर्म आती है कि उस शहर में हम हैं कि जहाँ
न मिले भीक तो लाखों का गुज़ारा ही न हो !!
- Janaze
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- Aug 26, 2018