सोये थे सारे ख़्वाब शहर के मचल गये

सोये थे सारे ख़्वाब शहर के मचल गये

सोये थे सारे ख़्वाब, शहर के मचल गये
मुरझाये सारे फूल, गुलसितां के खिल गये
नेताजी हमें आपसे, उम्मीद है बड़ी
तकदीर थी हमारी, हमें आप मिल गये।


Soye the saare khvaab, shahar ke machal gaye
Murajhaaye saare phool, gulasitaan ke khil gaye
Netaajee hamen aapase, ummeed hai badee
Takadeer thee hamaaree, hamen aap mil gaye.