शर्म आती है कि उस शहर में हम हैं कि जहाँ Pradeep / May 30, 2021 शर्म आती है कि उस शहर में हम हैं कि जहाँ शर्म आती है कि उस शहर में हम हैं कि जहाँ न मिले भीक तो लाखों का गुज़ारा ही न हो !! Sharm aati hai ki us shahar mein ham hai ki jahan Na mile bheek to laakhon ka gujaara hi na ho Shayari Ham Shayari Heart Touching Shayari Shahar Shayari Sharm Shayari