लफ़्ज़ों में ही पेश कीजियेगा रिश्तों की दावेदारियाँ Admin / Jan 31, 2022 लफ़्ज़ों में ही पेश कीजियेगा रिश्तों की दावेदारियाँ लफ़्ज़ों में ही पेश कीजियेगा रिश्तों की दावेदारियाँ... ये शहर-ए-नुमाइश है, यहाँ अहसास के जौहरी नहीं रहते...!! Lafzon mein hee pesh keejiyega rishton kee daavedaariyaan... Ye shahar-e-numaish hai, yahaan ahasaas ke jauharee nahin rahate...!! Shayari 2 Line Shayari Shahar Shayari