नासमझी में पत्थर समझा,

नासमझी में पत्थर समझा,

नासमझी में पत्थर समझा,
समझ आया तो पारस हो गया,
उसने गंगा-सा ऐसे छुआ मुझको
कि मेरा रोम-रोम बनारस हो गया.


Naasamajhee mein patthar samajha,
Samajh aaya to paaras ho gaya,
Usane ganga-sa aise chhua mujhako
Ki mera rom-rom banaaras ho gaya.