लोग औरत को फकत जिस्म समझ लेते हैं

लोग औरत को फकत जिस्म समझ लेते हैं

लोग औरत को फकत जिस्म समझ लेते हैं,
रूह भी होती है इसमें, ये कहाँ सोचते हैं।


Log aurat ko phakat jism samajh lete hain,
Rooh bhee hotee hai isamen, ye kahaan sochate hain.