ज़िन्दगी है चार दिन की, कुछ भी न गिला कीजिये Mohit / Jan 31, 2022 ज़िन्दगी है चार दिन की, कुछ भी न गिला कीजिये ज़िन्दगी है चार दिन की, कुछ भी न गिला कीजिये दवा, ज़हर, जाम, इश्क, जो मिले मज़ा लीजिये। Zindagee hai chaar din kee, kuchh bhee na gila keejiye Dava, zahar, jaam, ishk, jo mile maza leejiye. Shayari 2 Line Shayari Dava Shayari Din Shayari Gila Shayari Kuch Shayari Zahar Shayari