हर कोई यहाँ किसी न किसी पार्टी के विचारो का गुलाम हैं Pradeep / Jan 31, 2022 हर कोई यहाँ किसी न किसी पार्टी के विचारो का गुलाम हैं हर कोई यहाँ किसी न किसी पार्टी के विचारो का गुलाम हैं, इसलिए भारत का ये हाल हैं, किसान बेहाल हैं. नेता माला-माल हैं. Har koee yahaan kisee na kisee paartee ke vichaaro ka gulaam hain, Isalie bhaarat ka ye haal hain, kisaan behaal hain. neta maala-maal hain. Shayari Ghulam Shayari Politics Shayari