हर की पौड़ी में डुबकी लगाये और कुछ दिन रहे हरिद्वार,

हर की पौड़ी में डुबकी लगाये और कुछ दिन रहे हरिद्वार,

हर की पौड़ी में डुबकी लगाये और कुछ दिन रहे हरिद्वार,
उसका उद्धार क्यों नही होगा जो आये भगवान के द्वार.


Har kee paudee mein dubakee lagaaye aur kuchh din rahe haridvaar,
Usaka uddhaar kyon nahee hoga jo aaye bhagavaan ke dvaar.