हमें दुनिया फ़क़त काग़ज़ का इक टुकड़ा समझती है

हमें दुनिया फ़क़त काग़ज़ का इक टुकड़ा समझती है

हमें दुनिया फ़क़त काग़ज़ का इक टुकड़ा समझती है
पतंगों में अगर ढल जाएँ हम तो आसमाँ छू लें
- नफ़स अम्बालवी


Hamen duniya faqat kaagaz ka ik tukada samajhatee hai,
Patangon mein agar dhal jaen ham to aasamaan chhoo len !!
- Nafas Ambaalavee