हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें

हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें

हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें,
कौन है जो आयेगा हमें मनाने के लिए,
हो सकता है तरस आ भी जाये आपको,
पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये।


Hum Ruthhe Toh Kiske Bharose Ruthhe,
Kaun Hai Jo Aayega Humein Manaane Ke Liye,
Ho Sakta Hai Taras Aa Bhi Jaaye Aapko,
Par Dil Kahan Se Layein Aapse Ruthh Jane Ki Liye.