वो सब रंग बेरंग हैं जो ढूंढते व्यापार होली में

वो सब रंग बेरंग हैं जो ढूंढते व्यापार होली में

वो सब रंग बेरंग हैं जो ढूंढते व्यापार होली में,
विजेता हैं जिन्हें स्वीकार हर हार होली में,
मैं मंदिर से निकल आऊँ तुम मस्जिद से निकल आना,
तो मिलकर हम लगाएंगे गुलाल-ए-प्यार होली में


Vo sab rang berang hain jo dhoondhate vyaapaar holee mein,
Vijeta hain jinhen sveekaar har haar holee mein,
Main mandir se nikal aaoon tum masjid se nikal aana,
To milakar ham lagaenge gulaal-e-pyaar holee mein