मेरे अनसुने से जज्बात

मेरे अनसुने से जज्बात

मेरे अनसुने से जज्बात

मेरे अनसुने से जज्बात,
कुछ जम गए तो कुछ बह गये...!


Mere anasune se jajbaat,
Kuchh jam gae to kuchh bah gaye...!