मुद्दतों बाद भी नहीं मिलते हम जैसे नायाब लोग

मुद्दतों बाद भी नहीं मिलते हम जैसे नायाब लोग

मुद्दतों बाद भी नहीं मिलते हम जैसे नायाब लोग
तेरे हाथ क्या लग गए तुमने तो हमे आम समझ लिया


Muddaton Baad Bhi Nahi Milte Hum Jaise Nayab Log
Tere Haath Kiya Lag Gaye Tumne To Hamhe Aam Samjh Liya