मंजिलें भी जिद्दी हैं रास्ते भी जिद्दी हैं

मंजिलें भी जिद्दी हैं रास्ते भी जिद्दी हैं

मंजिलें भी जिद्दी हैं, रास्ते भी जिद्दी हैं;
देखतें हैं कल क्या हो, हौंसले भी जिद्दी हे!


Manjilen bhee jiddee hain, raaste bhee jiddee hain;
Dekhaten hain kal kya ho, haunsale bhee jiddee he!