बहुत सोच कर अपनों से रूठा करो

बहुत सोच कर अपनों से रूठा करो

बहुत सोच कर अपनों से रूठा करो...
आजकल मनाने का रिवाज खत्म हो गया है..!!


Bahut soch kar apanon se rootha karo...
Aajakal manaane ka rivaaj khatm ho gaya hai..!!