बड़ी बेपरवाह हो गई है खुशियाँ भी आजकल

बड़ी बेपरवाह हो गई है खुशियाँ भी आजकल

बड़ी बेपरवाह हो गई है खुशियाँ भी आजकल,
कब आती है कब जाती है पता ही नहीं चलता


Badee beparavaah ho gaee hai khushiyaan bhee aajakal,
Kab aatee hai kab jaatee hai pata hee nahin chalata