फिजाओं में आज फिर से खूबसूरती दिखने लगी हैं,

फिजाओं में आज फिर से खूबसूरती दिखने लगी हैं,

फिजाओं में आज फिर से खूबसूरती दिखने लगी हैं,
शायद शाम-ए-लखनऊ का आग़ाज़ हो गया है.


Phijaon mein aaj phir se khoobasooratee dikhane lagee hain,
Shaayad shaam-e-lakhanoo ka aagaaz ho gaya hai.