तोड़ा कुछ इस अदा से तालुक़ उस ने ग़ालिब

तोड़ा कुछ इस अदा से तालुक़ उस ने ग़ालिब

तोड़ा कुछ इस अदा से तालुक़ उस ने ग़ालिब,
कि सारी उम्र हम अपना क़सूर ढूँढ़ते रहे।


Toda kuchh is ada se taaluq us ne gaalib,
Ki saaree umr ham apana qasoor dhoondhate rahe.