तमाम लोग नफ़रतों के ज़हर में बुझे हुए

तमाम लोग नफ़रतों के ज़हर में बुझे हुए

तमाम लोग नफ़रतों के ज़हर में बुझे हुए...
मोहब्बतों के सिलसिलों को आम करना चाहिए...!!


Tamaam log nafaraton ke zahar mein bujhe hue...
Mohabbaton ke silasilon ko aam karana chaahie...!!