जो भरा नहीं है भावों से

जो भरा नहीं है भावों से

जो भरा नहीं है भावों से,
जिसमें बहती रसधार नहीं,
वह हृदय नहीं है पत्थर है,
जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।


Jo bhara nahin hai bhaavon se,
Jisamen bahatee rasadhaar nahin,
Vah hrday nahin hai patthar hai,
Jisamen svadesh ka pyaar nahin.