जो भरा नही है भावों से जिसमे बहती रसधार नही

जो भरा नही है भावों से जिसमे बहती रसधार नही

जो भरा नही है भावों से,जिसमे बहती रसधार नही।।
वो हृदय नही है पत्थर है जिसमें स्वदेश का
प्यार नहीं।।


Jo bhara nahee hai bhaavon se,
Jisame bahatee rasadhaar nahee !!
Vo hrday nahee hai patthar hai,
jisamen svadesh ka pyaar nahin !!