ज़िंदगी के सारे मौसम आ के रुख़्सत हो गए

ज़िंदगी के सारे मौसम आ के रुख़्सत हो गए

ज़िंदगी के सारे मौसम आ के रुख़्सत हो गए...,
मेरी आँखों में बस बरसात बाक़ी रह गई


Zindagee ke saare mausam aa ke rukhsat ho gae...,
Meree aankhon mein bas barasaat baaqee rah gaee