गुनाह कुछ हमसे हो गए यूँ अनजाने में

गुनाह कुछ हमसे हो गए यूँ अनजाने में

गुनाह कुछ हमसे हो गए यूँ अनजाने में....
फूलों का कत्ल कर दिया पत्थरों को मनाने में


Gunaah kuchh hamase ho gae yoon anajaane mein....
Phoolon ka katl kar diya pattharon ko manaane mein