कोई नहीं है दुश्मन अपना फिर भी परेशान हूँ मैं

कोई नहीं है दुश्मन अपना फिर भी परेशान हूँ मैं

कोई नहीं है दुश्मन अपना फिर भी परेशान हूँ मैं,
अपने ही क्यूँ दे रहे है जख्म इस बात से हैरान हूँ मैं...!!


Koee nahin hai dushman apana phir bhee pareshaan hoon main,
Apane hee kyoon de rahe hai jakhm is baat se hairaan hoon main...!!