कोई तो हो जो घबराए मेरी खामोशी से

कोई तो हो जो घबराए मेरी खामोशी से

कोई तो हो जो घबराए मेरी खामोशी से,
किसी को तो समझ आए मेरे लहज़े का दुःख...


Koee to ho jo ghabarae meree khaamoshee se,
Kisee ko to samajh aae mere lahaze ka duhkh...