किताब के मुड़े पन्ने, कहते हैं दास्ताँ

किताब के मुड़े पन्ने, कहते हैं दास्ताँ

किताब के मुड़े पन्ने, कहते हैं दास्ताँ

किताब के मुड़े पन्ने, कहते हैं दास्ताँ,
बहुत कुछ रह गया, तुमसे कहे बगैर…!


Kitaab ke mude panne, kahate hain daastaan,
Bahut kuchh rah gaya, tumase kahe bagair…!