कभी तो खुल के बरस अब्रे मेहरबाँ की तरह

कभी तो खुल के बरस अब्रे मेहरबाँ की तरह

कभी तो खुल के बरस अब्रे मेहरबाँ की तरह
मेरा वजूद है जलते हुए मकाँ की तरह


Kabhee to khul ke baras abre meharabaan kee tarah
Mera vajood hai jalate hue makaan kee tarah