कभी खामोश़ बैठोगे कभी कुछ गुनगुनाओगे

कभी खामोश़ बैठोगे कभी कुछ गुनगुनाओगे

कभी खामोश़ बैठोगे, कभी कुछ गुनगुनाओगे...
मैं उतना याद आऊँगी, मुझे जितना भुलाओगे...!!


Kabhee khaamosh baithoge, kabhee kuchh gunagunaoge...
Main utana yaad aaoongee, mujhe jitana bhulaoge...!!