मतलबी दुनिया के लोग खड़े है हाथों में पत्थर लेकर

मतलबी दुनिया के लोग खड़े है हाथों में पत्थर लेकर

मतलबी दुनिया के लोग खड़े है हाथों में पत्थर लेकर...
मैं कहाँ तक भागूं शीशे का मुकद्दर लेकर...!!


Matalabee duniya ke log khade hai haathon mein patthar lekar...
Main kahaan tak bhaagoon sheeshe ka mukaddar lekar...!!