होते हैं बेहिसाब सितारे आसमां में

होते हैं बेहिसाब सितारे आसमां में

होते हैं बेहिसाब सितारे आसमां में
पर उनका ज़िक्र कहाँ किया जाता है
जो नूर फैलाये सुरमे से घने अंधेरे में
मेरे दोस्त उसी को चाँद कहा जाता है।


Hote hain behisaab sitaare aasamaan mein
Par unaka zikr kahaan kiya jaata hai
Jo noor phailaaye surame se ghane andhere mein
Mere dost usee ko chaand kaha jaata hai.