हाज़िर जवाबी से सौ गुना बेहतर है खामोशी

हाज़िर जवाबी से सौ गुना बेहतर है खामोशी

हाज़िर-जवाबी से सौ गुना बेहतर है खामोशी...
ना जाने कितने रिश्तों की आबरू रखती है...!!


Haazir-javaabee se sau guna behatar hai khaamoshee...
Na jaane kitane rishton kee aabaroo rakhatee hai...!!