हमें पसंद नहीं जंग में भी मक्कारी

हमें पसंद नहीं जंग में भी मक्कारी

हमें पसंद नहीं जंग में भी मक्कारी,
जिसे निशाने पे रक्खें बता के रखते हैं...!


Hamen pasand nahin jang mein bhee makkaaree,
Jise nishaane pe rakkhen bata ke rakhate hain...!