हमने कब माँगा है तुमसे मोहब्बत का हिसाब किताब

हमने कब माँगा है तुमसे मोहब्बत का हिसाब किताब

हमने कब माँगा है तुमसे मोहब्बत का हिसाब-किताब;
बस दर्द वाली किश्तें देते रहा करो मोहब्बत अपने आप बढ़ती जायेगी..!


Hamane kab maanga hai tumase mohabbat ka hisaab-kitaab;
Bas dard vaalee kishten dete raha karo mohabbat apane aap badhatee jaayegee..!