सौ सौ एहसास छुपे हैं मेरे एक एक लफ्ज़ में

सौ सौ एहसास छुपे हैं मेरे एक एक लफ्ज़ में

सौ सौ एहसास छुपे हैं, मेरे एक एक लफ्ज़ में,
ख़ुदा जाने तुम कितना समझ पाते हो....


Sau sau ehasaas chhupe hain, mere ek ek laphz mein,
Khuda jaane tum kitana samajh paate ho....