सुकून की एक रात भी शायद नहीं ज़िंदगी में

सुकून की एक रात भी शायद नहीं ज़िंदगी में

सुकून की एक रात भी, शायद नहीं ज़िंदगी में....
ख्वाहिशों को सुलाओ तो, यादें जाग जाती हैं ..!!


Sukoon kee ek raat bhee, shaayad nahin zindagee mein....
Khvaahishon ko sulao to, yaaden jaag jaatee hain ..!!