सीख रहा हूँ धीरे धीरे तेरे शहर के रिवाज

सीख रहा हूँ धीरे धीरे तेरे शहर के रिवाज

सीख रहा हूँ धीरे धीरे तेरे शहर के रिवाज,
जिससे मतलब निकल जाए उसे जिंदगी से निकाल देना


Seekh raha hoon dheere dheere tere shahar ke rivaaj,
Jisase matalab nikal jae use jindagee se nikaal dena