सादगी जँचती नहीं हर किसी पे यहाँ

सादगी जँचती नहीं हर किसी पे यहाँ

सादगी जँचती नहीं हर किसी पे यहाँ

सादगी जँचती नहीं, हर किसी पे यहाँ,
जलेबियाँ उलझी रहें, तो बेहतर है...!


Saadagee janchatee nahin, har kisee pe yahaan,
Jalebiyaan ulajhee rahen, to behatar hai...!