संगमरमर की तू बात न कर मुझसे

संगमरमर की तू बात न कर मुझसे

संगमरमर की तू बात न कर मुझसे
मैं अगर चाहूँ तो एहसास-ऐ-मोहब्बत लिख दुं
ताज महल भी झुक जाएगा चूमने के लिए
मैं जो एक पत्थर पे हिन्दू लिख दुं !


Sangamaramar kee too baat na kar mujhase
Main agar chaahoon to ehasaas-ai-mohabbat likh dun
Taaj mahal bhee jhuk jaega choomane ke lie
Main jo ek patthar pe hindoo likh dun !