शोहरत तो बदनामी से ही मिलती है साहेब

शोहरत तो बदनामी से ही मिलती है साहेब

शोहरत तो बदनामी से ही मिलती है साहेब

"शोहरत" तो बदनामी से ही मिलती है साहेब,
सुना है लोग बदनामी के किस्से कान लगाकर सुनते हैं..!!


"shoharat" to badanaamee se hee milatee hai saaheb,
Suna hai log badanaamee ke kisse kaan lagaakar sunate hain..!!