वक्त वो भी था जब ख्वाहिशें अपनी जिद पर थी

वक्त वो भी था जब ख्वाहिशें अपनी जिद पर थी

वक्त वो भी था जब ख्वाहिशें अपनी जिद पर थी
अब ये आलम है के तेरी रज़ा ही मेरी रजा लगती है...!


Vakt vo bhee tha jab khvaahishen apanee jid par thee
Ab ye aalam hai ke teree raza hee meree raja lagatee hai...!