लिखी नहीं मुद्दत से कोई नज्म कलम ने Admin / Jan 30, 2022 लिखी नहीं मुद्दत से कोई नज्म कलम ने लिखी नहीं मुद्दत से कोई नज्म कलम ने। डर है कोई न बेंच दे मेरे ग़म बाज़ार में।। Likhee nahin muddat se koee najm kalam ne. Dar hai koee na bench de mere gam baazaar mein.. Shayari Gam Shayari Muddat Shayari Sad Shayari