लिखने को कहां कुछ बचता है

लिखने को कहां कुछ बचता है

लिखने को कहां कुछ बचता है...
सारे लफ्ज़ तो आंखो से बह जाते हैं...!!


Likhane ko kahaan kuchh bachata hai...
Saare laphz to aankho se bah jaate hain...!!