रोज रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़ी हूँ

रोज रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़ी हूँ

रोज रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़ी हूँ...
ऐ मुश्किलो देखो मै तुमसे कितना बड़ी हूँ...!!


Roj roj girakar bhee mukammal khadee hoon...
Ai mushkilo dekho mai tumase kitana badee hoon...!!