रूह समाईल बा ई देह में, देह इ जहान में फसल बा Mohit / Jan 31, 2022 रूह समाईल बा ई देह में, देह इ जहान में फसल बा रूह समाईल बा ई देह में, देह इ जहान में फसल बा ज़िंनगी ईहे सिलसिला से बस आगे बढ़ रहल बा!! Rooh samaeel ba ee deh mein, deh i jahaan mein phasal ba Zinnagee eehe silasila se bas aage badh rahal ba!! Shayari Aag Shayari Bhojpuri Shayari Rooh Shayari