रूबरू होने की तो छोड़िये लोग गुफ़्तगू से भी क़तराने लगे हैं

रूबरू होने की तो छोड़िये लोग गुफ़्तगू से भी क़तराने लगे हैं

रूबरू होने की तो छोड़िये,लोग गुफ़्तगू से भी क़तराने लगे हैं...
ग़ुरूर ओढ़े हैं रिश्ते,अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं...!!


Roobaroo hone kee to chhodiye,log guftagoo se bhee qataraane lage hain...
Guroor odhe hain rishte,apanee haisiyat par itaraane lage hain...!!