रूबरू होने की तो छोड़िये गुफ़्तगू से भी क़तराने लगे हैं Admin / Jan 30, 2022 रूबरू होने की तो छोड़िये गुफ़्तगू से भी क़तराने लगे हैं रूबरू होने की तो छोड़िये, गुफ़्तगू से भी क़तराने लगे हैं... ग़ुरूर ओढ़े हैं रिश्ते,अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं...!! Roobaroo hone kee to chhodiye, guftagoo se bhee qataraane lage hain... Guroor odhe hain rishte,apanee haisiyat par itaraane lage hain...!! Shayari Haisiyat Shayari Hindi Shayari Rubaru Shayari