रफ्ता रफ्ता साया ऐ दिवार बन जाएंगे

रफ्ता रफ्ता साया ऐ दिवार बन जाएंगे

रफ्ता रफ्ता साया ऐ दिवार बन जाएंगे

रफ्ता-रफ्ता साया-ऐ-दिवार बन जाएंगे,
इस क़दर आसान ना होगी हर किसी से दोस्ती।।


Raphta-raphta saaya-ai-divaar ban jaenge,
Is qadar aasaan na hogee har kisee se dostee..