ये कैसे सिलसिले ठहर गए हैं तेरे मेरे दरमियाँ

ये कैसे सिलसिले ठहर गए हैं तेरे मेरे दरमियाँ

ये कैसे सिलसिले ठहर गए हैं तेरे मेरे दरमियाँ....
न जाग कर रात गुज़री न सो कर दिन ढला


Ye kaise silasile thahar gae hain tere mere daramiyaan....
Na jaag kar raat guzaree na so kar din dhala