ये कैसे सिलसिले ठहर गए हैं तेरे मेरे दरमियाँ Admin / Jan 31, 2022 ये कैसे सिलसिले ठहर गए हैं तेरे मेरे दरमियाँ ये कैसे सिलसिले ठहर गए हैं तेरे मेरे दरमियाँ.... न जाग कर रात गुज़री न सो कर दिन ढला Ye kaise silasile thahar gae hain tere mere daramiyaan.... Na jaag kar raat guzaree na so kar din dhala Shayari 2 Line Shayari Din Shayari Guzar Shayari Raat Shayari Thahar Shayari