ये और बात है साक़ी की मुझे होश नहीं

ये और बात है साक़ी की मुझे होश नहीं

ये और बात है साक़ी की मुझे होश नहीं,
वरना मैं सब कुछ हूँ ..एहसान-फरामोश नही!


Ye aur baat hai saaqee kee mujhe hosh nahin,
Varana main sab kuchh hoon ..ehasaan-pharaamosh nahee!