ये और बात है साक़ी की मुझे होश नहीं Admin / Jan 30, 2022 ये और बात है साक़ी की मुझे होश नहीं ये और बात है साक़ी की मुझे होश नहीं, वरना मैं सब कुछ हूँ ..एहसान-फरामोश नही! Ye aur baat hai saaqee kee mujhe hosh nahin, Varana main sab kuchh hoon ..ehasaan-pharaamosh nahee! Shayari Hosh Shayari Kuch Shayari Sad Shayari